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Showing posts from January, 2022

यह लेख प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को आगाह करने वाला है,अब प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी की पुनरावृति होते होते बची और एक बार फिर पुष्टि हो गई है कि देश का खुफिया तंत्र कमजोर व देश विदेश का माफिया तंत्र जातिवाद भाषावाद अलगाव वाद से देश को खंडित करने के उद्धेस्य से देश पर हावी हो गया है

  यह लेख   प्रधानमंत्री मोदी    की सुरक्षा को आगाह करने वाला है देश की मीडिया में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी की पुण्य तिथि की कोई चर्चा नही !!! , वह तो   देश के पाँच प्रदेशों में अपना खर्चा व मुनाफ़े के जुगाड़ में लगी है  इसका एक ही निदान है यदि इस समस्या को   सेना के हवाले कर दिया जाय व जो देश का जवान व किसान माफियाओं के चंगुल में फँसकर अपनी शक्ति गँवाते जा रहा है …!!! अब उसमें भी जय का खून प्रवाहित होकर देश भर में जय की गूंज से देश   चंद दिनों में दिव्यमान से विश्वगुरू बन   जाएगा ============== ११ जनवरी १९६६ ... ,  एक महान आत्मा का अंत .. ,  चाय पर चर्चा अपने घर से खर्चा ...,  जी हाँ एक प्रधानमंत्री ने फिल्म अभिनेता मनोज कुमार को अपने घर चाय पर चर्चा अपने खर्चा पर बुलाकर कहा ... , “ मनोज जी मैं न तो जवान दिखता हूँ न किसान.. ,  लकिन १९६५ की पाकिस्तान से युद्ध में विजय की इस ज्वाला से किसान व जवानों के हौसले बुलंद रहें .. ,  आप ऐसी फिल्म बनाओं ताकि इस मशाल के अन्वरित गाथा से हम पुन: इस वि...

यह लेख प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को आगाह करने वाला है,अब प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी की पुनरावृति होते होते बची और एक बार फिर पुष्टि हो गई है कि देश का खुफिया तंत्र कमजोर व देश विदेश का माफिया तंत्र जातिवाद भाषावाद अलगाव वाद से देश को खंडित करने के उद्धेस्य से देश पर हावी हो गया है

  यह लेख मोदी की सुरक्षा को आगाह करने वाला है देश की मीडिया में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी की पुण्य तिथि की कोई चर्चा नही देश के पाँच प्रदेशों मेन में अपना खर्चा व मूणाफ़े मुनाफ़े के जुगाड़ में लगी है अब प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी की पुनरावृति होते होते बची और एक बार फिर पुष्टि हो गई है कि   का खुफिया तंत्र कमजोर व देश विदेश का माफिया तंत्र जातिवाद भाषावाद अलगाव वाद देश को खंडित करने के उद्धेस्य से देश पर हावी हो गया है ============== ११ जनवरी १९६६ ... , एक महान आत्मा का अंत .. , चाय पर चर्चा अपने घर से खर्चा ... , जी हाँ एक प्रधानमंत्री ने फिल्म अभिनेता मनोज कुमार को अपने घर चाय पर चर्चा अपने खर्चा पर बुलाकर कहा ... , “ मनोज जी मैं न तो जवान दिखता हूँ न किसान.. , लकिन १९६५ की पाकिस्तान से युद्ध में विजय की इस ज्वाला से किसान व जवानों के हौसले बुलंद रहें .. , आप ऐसी फिल्म बनाओं ताकि इस मशाल के अन्वरित गाथा से हम पुन: इस विदेशी हाथ.साथ विचार संस्कार से देश पुन: इस बेडी में न फंसे .. ,”   ११ जनवरी...